मच्छरों से सावधान! क्या पुराने तरीके काफी है मच्छरों से बचने के लिए ? जानें WHO के नए हथियार से कैसे होगा डेंगू, मलेरिया से बचाव

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हर साल लाखों लोगों को अपना शिकार बना लेने वाले मच्छर जनित रोगों से अब थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में घरों के अंदर कीटनाशकों के छिड़काव के लिए एक नया मैनुअल जारी किया है। आइए जानते हैं ये नए दिशानिर्देश कैसे आपके और आपके परिवार को मच्छरों के भयानक डंक से बचा सकते हैं।

डरावना सच: मच्छर जनित रोगों का कहर

यह कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि मच्छर जनित रोग दुनिया भर में एक गंभीर समस्या है। मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जीका जैसी घातक बीमारियां हर साल लाखों लोगों को निशाना बनाती हैं। आंकड़ों के अनुसार, सिर्फ मलेरिया से ही हर साल लगभग 6 लाख लोगों की मौत हो जाती है। डेंगू बुखार के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं, और भारत में भी पिछले कुछ सालों में डेंगू का प्रकोप चिंताजनक रहा है।

a smiling toddler on the white crib
Photo by Uprising production on Pexels.com

उदाहरण:

  • 2022 में, भारत में डेंगू के 1.73 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें से 931 लोगों की मौत हो गई थी।
  • 2021 में, भारत में मलेरिया के 1.64 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें से 124 लोगों की मौत हो गई थी।

पुराने तरीके नाकाम, WHO लाया नया हथियार

मच्छरों को नियंत्रित करने के लिए पारंपरिक रूप से घरों के आसपास कीटनाशकों का छिड़काव किया जाता था। लेकिन यह तरीका पूरी तरह कारगर साबित नहीं हुआ। मच्छर दवाओं के प्रति प्रतिरोधी बन रहे हैं, और दवाइयां हवा में मिलकर पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाती हैं।

उदाहरण:

  • भारत में, कई मच्छर प्रजातियों में डीडीटी और पाइरेथ्रॉइड जैसे कीटनाशकों के प्रति प्रतिरोध विकसित हो गया है।
  • कीटनाशकों के छिड़काव से हवा में जहरीले रसायन फैल सकते हैं, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।

इसीलिए WHO ने एक नया दृष्टिकोण अपनाया है। नया मैनुअल घरों के अंदर कीटनाशकों के छिड़काव पर केंद्रित है। यह तरीका अधिक प्रभावी माना जाता है क्योंकि यह उन मच्छरों को निशाना बनाता है जो रात में सोते समय आपको काटते हैं और बीमारियां फैलाते हैं।

उदाहरण:

  • घरों के अंदर कीटनाशक छिड़काव मलेरिया के मामलों को 40% तक कम कर सकता है।
  • यह तरीका डेंगू और चिकनगुनिया जैसी अन्य मच्छर जनित बीमारियों के खिलाफ भी प्रभावी है।

नए दिशानिर्देशों में क्या खास?

WHO का नया मैनुअल घरों के अंदर कीटनाशक छिड़काव के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को बताता है, जिसमें शामिल हैं:

  • केवल स्वीकृत कीटनाशकों का उपयोग: यह सुनिश्चित करता है कि इस्तेमाल की जाने वाली दवाइयां सुरक्षित और कारगर हों।
  • छिड़काव से पहले लोगों और पालतू जानवरों को हटाना: इससे दवा के संपर्क में आने से होने वाले स्वास्थ्य जोखिम कम हो जाते हैं।
  • छिड़काव के बाद कम से कम 30 मिनट के लिए घर को हवादार बनाना: इससे दवा की गंध कम हो जाती है और किसी भी संभावित स्वास्थ्य समस्या से बचाता है।
  • प्रशिक्षित कर्मियों द्वारा छिड़काव: यह सुनिश्चित करता है कि छिड़काव सुरक्षित और प्रभावी ढंग से किया जाए।

उदाहरण:

  • WHO द्वारा अनुमोदित कीटनाशकों में बेंडियोकार्ब, डेल्टामेथ्रिन और लैम्ब्डा-साइहलोथ्रिन शामिल हैं।
  • छिड़काव से पहले बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर निकल जाना चाहिए।
  • छिड़काव के बाद खिड़कियां और दरवाजे खोलकर घर को हवादार बनाना चाहिए।

आप कैसे कर सकते हैं बचाव?

mosquito biting on skin
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WHO के नए दिशानिर्देशों का पालन करके आप अपने और अपने परिवार को मच्छर जनित रोगों से बचा सकते हैं। इसके अलावा, आप कुछ अन्य उपाय भी अपना सकते हैं, जैसे:

  • अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें, यही मच्छरों के पनपने का मुख्य कारण है।
  • सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
  • पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें, खासकर शाम के समय।
  • मच्छर repellents का इस्तेमाल करें।

एकजुट होकर करें मच्छरों का सफाया

मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए व्यक्तिगत प्रयास के साथ-साथ सामूहिक प्रयास भी जरूरी है। अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करें और सरकारी प्रयासों का समर्थन करें। याद रखें, मच्छरों से लड़ाई में हर छोटा कदम मायने रखता है।

**अब डरने की जरूरत नहीं, WHO के इस नए हथियार से मच्छर

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