खूनी बवासीर क्यों होता है ?: खूनी बवासीर के बारे में यह बाते आपको जरूर पता होनी चाहिए।

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खूनी बवासीर क्यों होता है – कभी-कभी शौच के दौरान खून आना एक परेशान करने वाला अनुभव हो सकता है. यह खूनी बवासीर का संकेत हो सकता है. लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है! इस लेख में, हम खूनी बवासीर के बारे में गहराई से जानेंगे, इसके कारणों, लक्षणों, उपचारों और इससे बचाव के तरीकों पर चर्चा करेंगे.

बवासीर क्या है?

बवासीर तब होता है जब मलद्वार और गुदा के आसपास की रक्तवाहिनियाँ (शिराएं) सूज जाती हैं. ये रक्तवाहिनियाँ आंतरिक या बाहरी हो सकती हैं. आंतरिक बवासीर आमतौर पर दर्द रहित होते हैं, जबकि बाहरी बवासीर में गुदा के आसपास सूजन और दर्द हो सकता है.

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खूनी बवासीर क्या है?

खूनी बवासीर आंतरिक बवासीर का एक प्रकार है,

जिसमें मल त्याग करते समय मलद्वार से खून आता है. यह आमतौर पर दर्द रहित होता है, लेकिन कुछ मामलों में हल्का दर्द या जलन हो सकती है.

खूनी बवासीर क्यों होता है ?

खूनी बवासीर होने के कई कारण हो सकते हैं, जिन्हें हम तीन मुख्य श्रेणियों में विभाजित कर सकते हैं:

1. आंतरिक दबाव में वृद्धि:

  • कब्ज: कब्ज होने पर मल त्याग करने में परेशानी होती है और इसके लिए जोर लगाना पड़ता है. यह जोर लगाना मलद्वार की रक्तवाहिनियों पर दबाव बढ़ाता है, जिससे वे सूज जाती हैं और खून आने लग सकता है.
  • दस्त: लगातार दस्त होना भी गुदा और मलद्वार पर दबाव डालता है, जिससे जलन और सूजन हो सकती है. ये सूजी हुई रक्तवाहिनियाँ कमजोर हो जाती हैं और मल त्याग के दौरान खून आने का खतरा बढ़ जाता है.
  • गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान बढ़ते हुए बच्चे का वजन मलद्वार की रक्तवाहिनियों पर दबाव डालता है. साथ ही, गर्भावस्था के हार्मोनल बदलाव भी इन रक्तवाहिनियों को कमजोर बना सकते हैं, जिससे खूनी बवासीर का खतरा बढ़ जाता है.
  • भारी वस्तु उठाना: नियमित रूप से बहुत अधिक वजन उठाना भी मलद्वार की रक्तवाहिनियों पर दबाव बढ़ा सकता है और खूनी बवासीर का कारण बन सकता है.

2. कमजोर शिराएं:

  • कुछ लोगों में आनुवंशिक रूप से कमजोर रक्तवाहिनियाँ होती हैं. ये रक्तवाहिनियाँ आसानी से सूज जाती हैं और खून आने का खतरा अधिक होता है.

3. आहार संबंधी आदतें:

  • कम फाइबर वाला आहार: फाइबर युक्त आहार मल को नरम रखता है और मल त्याग को आसान बनाता है. कम फाइबर वाला आहार कठोर मल का कारण बन सकता है, जिसके लिए जोर लगाकर शौच करना पड़ता है. यह जोर लगाना खूनी बवासीर का एक कारण बन सकता है.
  • मसालेदार भोजन: मसालेदार भोजन गुदा में जलन पैदा कर सकता है, जिससे सूजन और खूनी बवासीर का खतरा बढ़ सकता है.
  • शराब का सेवन: अत्यधिक शराब का सेवन पाचन क्रिया को बिगाड़ सकता है और कब्ज का कारण बन सकता है. जैसा कि हम पहले चर्चा कर चुके हैं, कब्ज खूनी बवासीर का एक प्रमुख कारण है.

खूनी बवासीर के अन्य संभावित कारणों में शामिल हैं:

  • मोटापा
  • पुरानी खांसी
  • यकृत रोग
  • मल त्याग करते समय ज़ोर लगाना
  • बुढ़ापा

अगले भाग में, हम खूनी बवासीर के कुछ सामान्य लक्षणों पर चर्चा करेंगे ताकि आप खुद पहचान सकें कि आपको खूनी बवासीर है या नहीं.

खूनी बवासीर के लक्षण

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मल त्याग करते समय खून आना

यह खूनी बवासीर का सबसे आम लक्षण है। रक्त चमकीला लाल या गहरा लाल हो सकता है। यह मल पर, टॉयलेट पेपर पर या टॉयलेट में दिखाई दे सकता है। रक्तस्राव भारी या हल्का हो सकता है।

गुदाद्वार में खुजली या जलन

यह खूनी बवासीर का एक आम लक्षण है। खुजली या जलन तीव्र या सुस्त हो सकती है। यह घर्षण, सूजन या संक्रमण के कारण हो सकता है।

गुदामार्ग में गांठ होना

यह खूनी बवासीर का एक आम लक्षण है। गांठ आमतौर पर गुदाद्वार के अंदर या बाहर होती है। यह मुलायम और दर्दनाक हो सकती है। गांठ सूजी हुई रक्त वाहिकाओं से बनती है।

दर्द

यह खूनी बवासीर का एक आम लक्षण है। दर्द तीव्र या सुस्त हो सकता है। यह मल त्याग करते समय, बाद में या लगातार हो सकता है। दर्द सूजन, जलन या संक्रमण के कारण हो सकता है।

अन्य लक्षण

  • मल त्याग करते समय कठिनाई
  • मल त्याग के बाद अधूरापन महसूस करना
  • गुदाद्वार में सूजन
  • गुदाद्वार से तरल पदार्थ का रिसाव
  • मल त्याग करते समय तनाव

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है:

  • ये सभी लक्षण अन्य स्थितियों के कारण भी हो सकते हैं।
  • यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो डॉक्टर से संपर्क करना महत्वपूर्ण है।
  • डॉक्टर आपके लक्षणों का मूल्यांकन कर सकते हैं और उचित उपचार का सुझाव दे सकते हैं।

यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो डॉक्टर से संपर्क करना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर आपके लक्षणों का मूल्यांकन कर सकते हैं और उचित उपचार का सुझाव दे सकते हैं.

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खूनी बवासीर की रोकथाम

कुछ आदतों को अपनाकर आप खूनी बवासीर के जोखिम को कम कर सकते हैं:

  • पर्याप्त फाइबर का सेवन करें: अपने आहार में पर्याप्त मात्रा में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें. फाइबर मल को नरम रखता है और मल त्याग को आसान बनाता है.
  • पानी पीते रहें: दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है. पानी मल को नरम रखने में मदद करता है और कब्ज को रोकता है.
  • नियमित व्यायाम करें: नियमित व्यायाम पाचन क्रिया को नियमित रखता है और कब्ज को रोकने में मदद करता है.
  • शौचालय का उपयोग करते समय जोर लगाने से बचें: कठोर मल निकालने के लिए जोर लगाना खूनी बवासीर के लक्षणों को बढ़ा सकता है. अगर आपको मल त्याग करने में परेशानी हो रही है, तो डॉक्टर से बात करें.
  • तंग अंडरवियर या पैंट पहनने से बचें: ढीले-ढाले, सूती कपड़े पहनने से गुदा क्षेत्र में जलन और असुविधा कम हो सकती है.

यदि आपको पहले से ही बवासीर है, तो उपरोक्त आदतों का पालन करना भविष्य में बवासीर के लक्षणों को कम करने और होने से रोकने में मदद कर सकता है.

डॉक्टर को कब दिखाएं

यदि खूनी बवासीर के लक्षण गंभीर हैं या घरेलू उपचार और जीवनशैली में बदलाव से कोई फायदा नहीं होता है, तो डॉक्टर को दिखाना जरूरी है. कुछ लक्षण जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए:

  • तेज दर्द
  • मल त्याग के दौरान रक्तस्राव की मात्रा अधिक होना
  • बवासीर का बाहर निकलना
  • बुखार या ज्वर

डॉक्टर खूनी बवासीर की गंभीरता का पता लगाने के लिए परीक्षण कर सकते हैं. इसके अलावा, वे रक्तस्राव के अन्य स्रोतों को रद्द करने के लिए कुछ जांच भी कर सकते.

खूनी बवासीर का पता लगाना

खूनी बवासीर का पता लगाने के लिए डॉक्टर आमतौर पर एक क्रमबद्ध तरीका अपनाते हैं, जिसमें आपसे बातचीत, शारीरिक परीक्षण और कभी-कभी कुछ जांच शामिल हो सकती हैं.

1. आपका चिकित्सीय इतिहास लेना

डॉक्टर सबसे पहले आपसे आपके स्वास्थ्य की स्थिति को समझने के लिए सवाल पूछेंगे. इन सवालों में शामिल हो सकते हैं:

  • लक्षण: आपको कौन से लक्षण हो रहे हैं, जैसे खून आना, जलन, खुजली या गुदा में सूजन? ये लक्षण कब से शुरू हुए और कितनी बार होते हैं?
  • चिकित्सा इतिहास: क्या आपको पहले कभी बवासीर या कोई अन्य गुदा संबंधी समस्या हुई है? क्या आपको कोई पाचन संबंधी समस्याएं हैं, जैसे कि कब्ज या दस्त?
  • जीवनशैली: आपका सामान्य आहार कैसा है? क्या आप पर्याप्त तरल पदार्थ लेते हैं? आप कितना व्यायाम करते हैं?

डॉक्टर इन सवालों के जवाबों के आधार पर खूनी बवासीर की संभावना का आकलन कर सकते हैं.

2. शारीरिक परीक्षण

चिकित्सीय इतिहास लेने के बाद, डॉक्टर आमतौर पर आपकी जांच करेंगे. यह जांच आमतौर पर दर्दनाक नहीं होती है और इसमें निम्न चरण शामिल हो सकते हैं:

  • बाहरी परीक्षण: डॉक्टर आपके गुदा क्षेत्र के आसपास सूजन या गांठों की जांच करेंगे.
  • आंतरिक परीक्षण: कुछ मामलों में, डॉक्टर दस्ताने पहनी हुई उंगली को मलद्वार में डालकर आंतरिक रूप से भी जांच कर सकते हैं. यह जांच आंतरिक बवासीर का पता लगाने में मदद करती है.

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खूनी बवासीर का पता लगाने के लिए टेस्ट

भले ही ज्यादातर मामलों में टेस्ट की आवश्यकता न हो, लेकिन कुछ स्थितियों में डॉक्टर अतिरिक्त जांच की सलाह दे सकते हैं. ये जांच खूनी बवासीर का पता लगाने में मदद करती हैं और साथ ही अन्य संभावित कारणों को भी बाहर निकालने में सहायक होती हैं. आइए इन तीन टेस्टों पर एक नज़र डालें:

  • रक्त परीक्षण:
    • यह एक सामान्य जांच है जिसमें बांह से थोड़ा खून निकालकर जांच की जाती है.
    • रक्त परीक्षण शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या बता सकता है.
    • खूनी बवासीर के कारण खून बहने से शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो सकती है (एनीमिया).
    • रक्त परीक्षण एनीमिया का पता लगाने में मदद करता है.
  • मल परीक्षण:
    • इस टेस्ट में मल के नमूने की जांच की जाती है.
    • मल परीक्षण छिपे हुए खून या संक्रमण का पता लगा सकता है.
    • मल में खून आंतों में किसी घाव या संक्रमण का भी संकेत हो सकता है.
    • मल परीक्षण के परिणाम रक्तस्राव के कारण का पता लगाने में मदद करते हैं.
  • कोलोनोस्कोपी:
    • यह एक जटिल प्रक्रिया है.
    • डॉक्टर मलाशय और पेट के निचले हिस्से (कोलन) को देखने के लिए एक लंबी, पतली, लचीली ट्यूब का उपयोग करते हैं.
    • ट्यूब के सिरे पर लगा कैमरा असामान्यताओं का पता लगाने में मदद करता है.

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खूनी बवासीर का इलाज

खूनी बवासीर के उपचार का विकल्प कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि बवासीर की गंभीरता, लक्षण और आपका समग्र स्वास्थ्य. ज्यादातर मामलों में, खूनी बवासीर का घरेलू उपचार और जीवनशैली में बदलाव करके ही इलाज किया जा सकता है. गंभीर मामलों में, सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है.

जीवनशैली में बदलाव

कुछ आसान जीवनशैली में बदलाव करके आप खूनी बवासीर के लक्षणों को कम करने और भविष्य में होने से रोकने में मदद कर सकते हैं:

  • आहार में बदलाव:
mother and her little son eating breakfast
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  • अपने आहार में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों, जैसे कि फल, सब्जियां और साबुत अनाज को पर्याप्त मात्रा में शामिल करें. फाइबर मल को नरम और जलयोजित रखता है, जिससे मल त्याग आसानी से हो जाता है. इसके विपरीत, कम फाइबर वाला आहार कठोर मल का कारण बन सकता है, जिसके लिए जोर लगाकर शौच करना पड़ता है. यह जोर लगाना खूनी बवासीर के लक्षणों को बढ़ा सकता है.
  • साथ ही, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों, जंक फूड और फास्ट फूड से बचना चाहिए. ये खाद्य पदार्थ कम फाइबर वाले होते हैं और पाचन क्रिया को बिगाड़ सकते हैं.
  • इसके अलावा, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी जरूरी है. पानी मल को नरम रखने में मदद करता है और कब्ज को रोकता है.
  • उच्च फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें:
    • फल: सेब, नाशपाती, केला, संतरा, अंगूर, स्ट्रॉबेरी, पपीता
    • सब्जियां: ब्रोकली, गाजर, हरी पत्तेदार सब्जियां, शकरकंद, शलजम, शिमला मिर्च
    • साबुत अनाज: जई, ओट्स, ब्राउन राइस, बाजरा, ज्वार
  • खूब सारा पानी पीएं: कम से कम 8-10 गिलास प्रतिदिन.
  • मसालेदार भोजन, शराब, और कैफीन से बचें:
    • मसालेदार भोजन गुदा क्षेत्र में जलन और सूजन पैदा कर सकता है.
    • शराब और कैफीन मल त्याग को कठिन बना सकते हैं.

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि:

  • सभी लोगों के लिए एक ही आहार योजना उपयुक्त नहीं होती है.
  • अपनी आवश्यकताओं के अनुसार अपनी आहार योजना को समायोजित करें.
  • यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो किसी भी आहार योजना में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें.
  • व्यायाम:
man doing pull ups
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  • नियमित व्यायाम न केवल आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, बल्कि यह पाचन क्रिया को भी नियमित करता है और कब्ज को रोकने में मदद करता है. कोशिश करें कि सप्ताह के अधिकांश दिनों में कम से कम 30 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाला व्यायाम करें. चलना, दौड़ना, तैराकी और साइकिल चलाना खूनी बवासीर के लक्षणों को कम करने के लिए अच्छे विकल्प हैं.
  • नियमित रूप से व्यायाम करें: कम से कम 30 मिनट प्रतिदिन.
  • कुछ अच्छे व्यायाम विकल्प हैं:
    • चलना
    • दौड़ना
    • तैरना
    • योग
    • साइकिल चलाना
  • लंबे समय तक बैठने से बचें: हर 30 मिनट में उठें और थोड़ा चलें.
  • शौचालय संबंधी आदतों में बदलाव:
    • मल त्याग करते समय जोर लगाने से बचें. कठोर मल निकालने के लिए जोर लगाना खूनी बवासीर के लक्षणों को बढ़ा सकता है. अगर आपको मल त्याग करने में परेशानी हो रही है, तो डॉक्टर से बात करें. वे आपको मल को नरम करने और मल त्याग को आसान बनाने के लिए लैक्सेटिव्स जैसी दवाएं दे सकते हैं. साथ ही, शौचालय पर अधिक समय तक बैठने से भी बचना चाहिए. लंबे समय तक शौचालय पर बैठने से भी गुदा क्षेत्र पर दबाव बढ़ सकता है और खूनी बवासीर के लक्षण बिगड़ सकते हैं.

घरेलू उपचार

सिट्ज़ बाथ

  • गर्म पानी में 15-20 मिनट के लिए बैठें. गर्म पानी दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है.
  • आप पानी में थोड़ा सा नमक या बेकिंग सोडा भी मिला सकते हैं. नमक और बेकिंग सोडा एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं जो सूजन और जलन को कम करने में मदद करते हैं.

ठंडे सेक

  • प्रभावित क्षेत्र पर दिन में कई बार ठंडे सेक लगाएं. ठंडे सेक सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है.
  • आप बर्फ के टुकड़े को तौलिये में लपेटकर सेक कर सकते हैं. ठंडे पानी में डुबोया हुआ कपड़ा भी इस्तेमाल किया जा सकता है.

दवाइयां

  • डॉक्टर दर्द और सूजन को कम करने के लिए क्रीम, मलहम, या गोलियां लिख सकते हैं. इन दवाओं में आमतौर पर स्टेरॉयड या एनेस्थेटिक होते हैं जो दर्द और सूजन को कम करते हैं.
  • कुछ मामलों में, डॉक्टर रक्तस्राव को रोकने के लिए रबर बैंड बांधने की प्रक्रिया भी कर सकते हैं. यह प्रक्रिया बवासीर को रक्त की आपूर्ति को कम करके रक्तस्राव को रोकती है.

ओवर-द-काउंटर दवाएं

कुछ ओवर-द-काउंटर क्रीम और मलहम बाजार में उपलब्ध हैं जो खूनी बवासीर के कारण होने वाली खुजली और जलन को कम करने में मदद कर सकती हैं. हालांकि, किसी भी दवा का उपयोग करने से पहले डॉक्टर या फार्मासिस्ट से सलाह जरूर लें. ये दवाएं अस्थायी राहत तो दे सकती हैं, लेकिन वे बवासीर का इलाज नहीं करती हैं.

सर्जरी

यदि अन्य उपचार विफल हो जाते हैं, तो डॉक्टर सर्जरी की सलाह दे सकते हैं. सर्जरी के दौरान, डॉक्टर बवासीर को हटा देते हैं.

सर्जरी के कई प्रकार होते हैं:

1. स्केलेरोथेरेपी: यह एक गैर-सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें बवासीर में एक दवा इंजेक्ट की जाती है. दवा बवासीर को सिकोड़ने और सूजन कम करने का काम करती है.

2. लिगेशन: इस प्रक्रिया में बवासीर को रबर बैंड से बांध दिया जाता है. रबर बैंड बवासीर को रक्त की आपूर्ति को रोकता है, जिसके कारण बवासीर सूख जाती है और गिर जाती है.

3. हेमोरोइडेक्टोमी: यह सर्जरी का सबसे आम प्रकार है. इस प्रक्रिया में, डॉक्टर बवासीर को शल्य चिकित्सा द्वारा हटा देते हैं. हेमोरोइडेक्टोमी दो प्रकार की होती है:

  • ओपन हेमोरोइडेक्टोमी: इस प्रक्रिया में, डॉक्टर बवासीर को हटाने के लिए एक चीरा लगाते हैं.
  • स्टेपलर हेमोरोइडेक्टोमी: इस प्रक्रिया में, डॉक्टर बवासीर को हटाने के लिए एक विशेष उपकरण का उपयोग करते हैं.

सर्जरी के बाद:

सर्जरी के बाद, मरीज को आराम करने और निर्देशों का पालन करने की आवश्यकता होती है. मरीज को दर्द और सूजन को कम करने के लिए दवाएं दी जा सकती हैं. मरीज को नियमित रूप से मल त्याग करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है.

अन्य महत्वपूर्ण बातें:

  • तनाव कम करें: तनाव बवासीर के लक्षणों को बदतर बना सकता है.
  • स्वस्थ वजन बनाए रखें: अधिक वजन बवासीर के खतरे को बढ़ा सकता है.
  • नियमित रूप से मल त्याग करें: मल त्याग को रोकने से बवासीर के लक्षण बदतर हो सकते हैं.
  • गुदा क्षेत्र को साफ रखें: गीले टिश्यू या पानी से गुदा क्षेत्र को साफ करें.

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निष्कर्ष

खूनी बवासीर एक आम समस्या है, लेकिन यह परेशानी देने वाली और दर्दनाक हो सकती है. हालांकि, ज्यादातर मामलों में, जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपचारों से लक्षणों को कम किया जा सकता है.

यदि लक्षण गंभीर हैं या घरेलू उपचारों से आराम नहीं मिलता है, तो डॉक्टर से संपर्क करना महत्वपूर्ण है. डॉक्टर आपके लिए सबसे उपयुक्त उपचार योजना की सिफारिश कर सकते हैं, जिसमें दवाइयां या सर्जरी शामिल हो सकती है.

खुद का इलाज करने की कोशिश न करें और जल्दी से डॉक्टर से सलाह लें. जल्दी निदान और उपचार से जटिलताओं के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है.

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर खूनी बवासीर को रोका जा सकता है. इसमें उच्च फाइबर युक्त आहार का सेवन करना, नियमित रूप से व्यायाम करना, स्वस्थ वजन बनाए रखना और शौचालय संबंधी अच्छी आदतें शामिल हैं.

खूनी बवासीर (FAQs)

खूनी बवासीर क्या है?

खूनी बवासीर मलाशय या गुदा में सूजन वाली और फुली हुई रक्त वाहिकाएं होती हैं. ये आंतरिक या बाह्य हो सकती हैं. खूनी बवासीर के सामान्य लक्षणों में मल त्याग के दौरान या बाद में रक्तस्राव, दर्द, जलन और खुजली शामिल हैं.

खूनी बवासीर के कारण क्या हैं?

कब्ज, मल त्याग करते समय जोर लगाना, लंबे समय तक शौचालय में बैठना, गर्भावस्था, मोटापा और उम्र बढ़ना खूनी बवासीर के सामान्य कारण हैं.

खूनी बवासीर का पता कैसे लगाया जाता है?

आमतौर पर, डॉक्टर शारीरिक परीक्षण और आपके चिकित्सीय इतिहास के आधार पर खूनी बवासीर का पता लगा सकते हैं. कुछ मामलों में, रक्त परीक्षण या मल परीक्षण की आवश्यकता हो सकती है.

खूनी बवासीर का इलाज कैसे किया जाता है?

ज्यादातर मामलों में, जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपचार, जैसे कि सिट्ज़ बाथ और फाइबर युक्त आहार, खूनी बवासीर के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं. गंभीर मामलों में, दवाइयों या सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है.

खूनी बवासीर को कैसे रोका जा सकता है?

उच्च फाइबर युक्त आहार का सेवन करना, नियमित रूप से व्यायाम करना, स्वस्थ वजन बनाए रखना और शौचालय संबंधी अच्छी आदतें अपनाना खूनी बवासीर को रोकने में मदद कर सकता है.

मुझे डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?

यदि आपको खूनी बवासीर का संदेह है, तो डॉक्टर से संपर्क करना महत्वपूर्ण है. खासकर अगर आपको तेज दर्द, रक्तस्राव या बवासीर का बाहर निकलना जैसी समस्या हो रही है.

क्या खूनी बवासीर गंभीर है?

खूनी बवासीर आमतौर पर गंभीर नहीं होती है, लेकिन यह असुविधाजनक और दर्दनाक हो सकती है. जल्दी निदान और उपचार से जटिलताओं के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है.

क्या गर्भावस्था के दौरान खूनी बवासीर होना आम है?

हां, गर्भावस्था के दौरान खूनी बवासीर होना आम है. गर्भाशय का बढ़ना मलाशय पर दबाव डालता है, जिससे बवासीर हो सकती है.

क्या खूनी बवासीर का इलाज करने के लिए कोई घरेलू उपचार हैं?

हां, कुछ घरेलू उपचार, जैसे कि सिट्ज़ बाथ, ठंडे सेक, और फाइबर युक्त आहार खूनी बवासीर के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं. हालांकि, गंभीर मामलों में हमेशा डॉक्टर से सलाह लेनी चाहीये

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